ना हार से ना जीत से
बस केवल एक उम्मीद से
वक़्त के पन्नों पर कुछ लिखता मिटाता हूँ
गीत नया गाता हूँ
बस केवल एक उम्मीद से
वक़्त के पन्नों पर कुछ लिखता मिटाता हूँ
गीत नया गाता हूँ
हार तो कई बार हुई और ना जाने फिर कितनी बार होगी
हर लक्ष्य के समीप एक नयी दीवार खड़ी होगी
पर यकीं है कि हर हार की फिर हार होगी
क्योंकि ना हार से ना जीत से
बस केवल एक उम्मीद से
वक़्त के पन्नों पर कुछ लिखता मिटाता हूँ
गीत नया गाता हूँ
जानता हूँ कई बार राह नज़र नहीं आएगी
नज़र भी आई तो परिस्थितियों के थपेड़ों में मिट जायेगी
पर यकीं है हर मिटी राह पर एक नयी राह बन जाएगी
क्योंकि ना हार से ना जीत से
बस केवल एक उम्मीद से
वक़्त के पन्नों पर कुछ लिखता मिटाता हूँ
गीत नया गाता हूँ
यकीं है हर कठिनाई से लड़ जाऊंगा
मौत भी आई तो शहीद ही कहलाऊंगा
डर है तो केवल इस उम्मीद के चोरी हो जाने का
क्योंकि ना हार से ना जीत से
बस केवल एक उम्मीद से
वक़्त के पन्नों पर कुछ लिखता मिटाता हूँ
गीत नया गाता हूँ