मुश्किलों से घिर जाने पर हारने का मन भी करता है कभी
इतने थपेड़ों में टूट कर गिर जाने का मन भी करता है कभी
पर फिर याद आता है हार तो वो माने जो खुद के जीने के लिए लड़ते है
यहाँ तो हमारी लड़ाई खुदा लड़ता है हम तो उसके बन्दों के लिए लड़ते हैं
गिरने पर वापस न उठने का मन भी करता है कभी
कदम रुकने पर ठहर जाने का मन भी करता है कभी
पर फिर याद आता हैं कदम तो उनके रुकें जो खुद के लिए चलते हैं
यहाँ तो हमारे लिए खुदा चलता है हम तो उसके बन्दों के लिए चलते हैं
मनचाही चीज़ न मिलने पर किस्मत पर आरोप लगाने का मन भी करता है कभी
पर फिर याद आता है खुदा पर वो चिल्लाएं जिनके ख्वाब खुद के लिए हों
यहाँ तो हमारे ख्वाब खुदा इस तरह बुनता है जैसे बुना हुआ ख्वाब खुद खुदा के लिए हो
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